रविवार, जुलाई 26, 2009

राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करें- संभागायुक्त श्री अग्रवाल

राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करें- संभागायुक्त श्री अग्रवाल

भिण्ड 25 जुलाई 2009

       संभागायुक्त श्री एस डी अग्रवाल ने कहा कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में किया जावे तथा लंबित प्रकरणों का निराकरण अभियान चलाकर किया जावे। उन्होंने यह निर्देश आज राजस्व प्रकरणों की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में कलेक्टर श्री के.सी.जैन,पुलिस अधीक्षक डा राजेन्द्र प्रसाद, एडीएम श्री छोटेसिंह, सभी एसडीएम व अन्य राजस्व अधिकारी उपस्थित थे।

       संभागायुक्त श्री अग्रवाल ने कहा कि राजस्व प्रकरणों के अन्तर्गत सीमांकन, बटवारा, नामांतरण के ऐसे प्रकरण जो आविवादित प्रवृति के है उनका त्वरित निराकरण किया जावे तथा विवादित प्रकरणों का निराकण भी सिटीजन चार्टर की समय सीमा में किये जावे। उन्होंने कहा कि 6 माह से अधिक लंबित प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष अभियान चलाया जावे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष राजस्व अभियान का संचालन भी किया गया है उसके बावजूद मैदानी स्तर पर लंबित प्रकरणों की जानकारी प्राप्त होती है। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि पटवारियों से समय सीमा के बाद का रिकार्ड, जमा कराया जावे।

       कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने कहा कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण गंभीरता के साथ किया जावे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा भी सीमांकन, नामांतरण, बटवारा प्रकरणों के लंबित रहने पर चिंता व्यक्त की गई है। उन्होंने कहा कि जिले में लंबित राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु कार्यक्रम तैयार किया जावेगा। उन्होंने जिले में बसूली की स्थिति पर असंतोष व्यक्त किया तथा गौण खनिज  व बैंक ऋण प्रकरणों की बसूली में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।

       श्री जैन ने कहा कि एसडीएम अपने अपने अनुभाग में सार्वजनिक वितरण प्रणाली, मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम, रोजगार गारंटी स्कीम के कार्यो की समीक्षा भी करें।

 

पटवारी परीक्षा में चयनित उम्मीदवार मूल प्रमाण पत्र 25 तक जमा करें

पटवारी परीक्षा में चयनित उम्मीदवार मूल प्रमाण पत्र 25 तक जमा करें

भिण्ड 25 जुलाई 2009

       कलेक्टर श्री के.सी.जैन से प्राप्त जानकारी के अनुसार पटवारी चयन परीक्षा 2008 में चयनित उम्मीदवार अपने मूल प्रमाण पत्र एवं दो-दो सेट छायाप्रति राजपत्रित अधिकारी द्वारा सत्यापित कराकर कार्यालयीन समय 10.30 बजे से 5.30 बजे तक कार्यालय भू अभिलेख शाखा भिण्ड में दिनांक 24 एवं 25 जुलाई 2009 तक जमा करा सकते है।

 

माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 मेहगांव के प्रधान अध्यापक निलंबित

माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 मेहगांव के प्रधान अध्यापक निलंबित

भिण्ड 25 जुलाई 2009

       कलेक्टर श्री के.सी.जैन द्वारा राशि उपलब्ध होने के बावजूद भवन निर्माण में रूचि न लेने वाले शासकीय माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 मेहगांव के प्रधान अध्यापक श्री मंगल सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

       कलेक्टर श्री जैन के भ्रमण के दौरान नगर वासियों द्वारा माध्यमिक विद्यालय भवन के जीणशीर्ण हो चुकी छत के बारे में शिकायत की गई। कलेक्टर द्वारा स्थानीय नागरिकों की मांग पर विद्यालय परिसर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में विद्यालय की हालात पर गंभीर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने विद्यालय के प्रधान अध्यापक से भवन के सुधार कार्य के बारे में जानकारी चाही गई। इसमें जो तथ्य प्रकाश में आये उसके अनुसार शिक्षक पालक संघ व प्रधान अध्यापक विवाद के कारण गत तीन वर्षो से राशि की उपलब्धता के बारे में भवन का सुधार कार्य नही हो पा रहा था। कलेक्टर द्वारा शिक्षक पालक संघ के अध्यक्ष को अपने समक्ष बुलवाया गया तथा प्रधान अध्यापक के रूचि न लेने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर तथा निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश जिला परियोजना समन्वयक को दिये।

 

योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वालों को चेतावनी

योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने वालों को चेतावनी

भिण्ड 25 जुलाई 2009

       कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, आंगनबाडी व सार्वजनिक वितरण प्रणाली का संचालन प्रभावी ढंग से किया जावे। इन सेवाओं के संचालन में किसी भी प्रकार की गडबडी होने पर स्थानीय जनप्रतिनिधि या ग्रामीण जन पोस्टकार्ड भेजकर कलेक्टर कों वास्तविकता से अवगत करा सकते है। उन्होंने यह बात आज मेहगांव व गोहद विकास खण्ड में योजनाओं की समीक्षा बैठक में कही। बैठक में आंगनबाडी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव व नोडल अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने आंगनबाडी केन्द्रों का पर्यवेक्षण कार्य प्रभावी ढंग से न करने पर सभी 14 पर्यवेक्षकों तथा सी.डी.पी.ओं, टीकाकरण न करने वाले ए.एन.एम व एम.पी.डब्ल्यू को चेतावनी जारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्री जैन ने शासकीय भवन निर्माण कार्य की राशि आहरित करने के बाद निर्माण कार्य न करने वाले ग्राम पंचायत कनाथर, गढपारा, डिडोना व अमायन के सरपंच व सचिव के खिलाफ धारा 40 के तहत कार्यवाही कर आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने तथा सचिव के वित्तीय अधिकार समाप्त करने के निर्देश मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को दिये। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री छोटे सिंह, एसडीएम मेहगांव श्री जेपी सैयाम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा एन सी गुप्ता कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्री डीके सिद्वार्थ उपस्थित थे।

       कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षैत्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का दायित्व राज्य सरकार का है। राज्य सरकार द्वारा अपने मैदानी अमले के माध्यम से योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाती है। इन कर्तव्यों के निर्वहन में किसी भी प्रकार की लेतलाली बरदास्त नही की जावेगी । श्री जैन ने कहा कि योजनाओं की पर्यवेक्षण का कार्य ईमानदारी से किया जावे। उन्होंने मेहगांव विकास खण्ड के 21 ग्रामों में टीकाकरण कार्य न होने तथा 8 ग्रामों के आंगनबाडी केन्द्र बंद पाये जाने की शिकायत पर सम्बन्धित कर्मचारियों को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कुपोषित बच्चों की संख्या वृद्वि पर नाराजगी व्यक्त की तथा पोषण पुनर्वास केन्द्र का अधिकाधिक उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

       उन्होंने कहा कि योजनाएं लक्ष्यों को प्राप्त कर पा रही है या नही इसकी गहन समीक्षा जिले से लेकर राज्य स्तर तक की जाती है। उन्होंने कहा कि परख    कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री तथा मुख्य सचिव द्वारा भी योजनाओं की समीक्षा प्रत्येक माह के दूसरे गुरूवार को की जाती है। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों के मैदानी अधिकारी प्रत्येक माह की 21 22 तारीख को ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण करते है तथा योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी जिला प्रशासन को प्रस्तुत करते है। जिसके आधार पर योजनाओं की कमियों को चिन्हित किया जाता है। उन्होंने कहा कि भिण्ड जिले में टीकाकरण कार्य, आंगनबाडी की सेवाएं, निर्माण कार्यो की स्थिति संतोषजनक नही है।

       कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि कोई भी जनप्रतिनिधि या ग्रामीणजन पोस्ट कार्ड के माध्यम से अपने क्षेत्र की समस्याओं से कलेक्टर को अवगत करा सकते है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास की सामूहिक जिम्मेदारी सभी वर्गो की है। सब लोग मिलकर योजनाओं का क्रियान्वयन सफलता के साथ करें उन्होंने रोजगार गारंटी योजना के कामों में  रूचि  लेने  की अपेक्षा सरपंचों से की तथा कहा कि इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में अधोसरंचना को मजबूत बनाया जा सकता है। उन्होंने सर्वशिक्षा अभियान के अन्तर्गत किचिन सेट व अतिरिक्त कक्ष निर्माण में रूचि न लेने वाले सरपंच व सचिवों के खिलाफ कार्यवाही के निर्देश दिये। ग्राम पंचायत अमायन, गढपारा, डिडोना, कनाथर के सरपंचों द्वारा राशि आहरित कर कार्य न कराये जाने पर उनके खिलाफ गबन का मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए तथा कचनाव कला के ए.एन.एम ग्राम अकलोनी के एम.पी.डब्ल्यू की एक-एक वेतन वृद्वि भी रोकने के निर्देश भी दिए।