रविवार, अगस्त 02, 2009

विशिष्ट है श्योपुर का काष्ठ - शिल्प - सुभाष चन्द्र अरोड़ा

विशिष्ट है श्योपुर का काष्ठ - शिल्प - सुभाष चन्द्र अरोड़ा

आलेख- सुभाष चन्द्र अरोड़ा, क्षेत्रीय संयुक्‍त संचालक, जनसम्‍पर्क विभाग, म.प्र; , क्षेत्रीय जनसम्‍पर्क कार्यालय ग्‍वालियर म.प्र.

आलेख से सम्‍बन्धित चित्र चम्‍बल की आवाज पर फोटो एल्‍बम में एवं ग्‍वालियर टाइम्‍स वेबसाइट पर प्रसारित किये जा रहे हैं

 चम्बल संभाग का शहर श्योपुर कलां काष्ठ - शिल्प के लिये विशेष रूप से जाना जाता है। श्योपुर कलां के काष्ठ - शिल्पी कच्ची जंगल वुड को खराद पर चढ़ाकर बना देते हैं ड्राईंग रूम का सजावटी सामान, देते हैं लकड़ी को तरह तरह के आकार । लाख अर्थात चपड़े के रंगों से उसे बनाते हैं आकर्षक जो अपनी खास कलर स्कीम के कारण दिखता है जुदा और बिकता भी है मंहगा ।

       श्योपुर के काष्ठ शिल्पी परम्परागत भगवान के झूले से लेकर पैडस्टल लैम्प, कार्नर टेबल, शीशे का स्टैण्ड, बैंगल स्टैण्ड, फ्लावर पॉट, लालटेन, तोप आदि डेकोरेशन पीस बनाते हैं । उनके द्वारा बच्चों के लिये बनाये जाने वाले खिलौने भी सुन्दर होते हैं ।

        श्योपुर प्रवास दौरान मेरी काष्ठ शिल्पी जनाब निसार अहमद और उसके भाई जनाब सरकार  अहमद से बातचीत हुई । वो दोनों भाई न केवल अच्छे काष्ठ शिल्पी है अपितु उनकी काष्ठ शिल्प विक्रय हेतु दुकान भी है और वे काष्ठ शिल्प प्रदर्शन और विक्रय हेतु राजधानी दिल्ली सहित देश के बड़े बड़े नगरों में आयोजित शिल्प प्रदर्शनियों में भी शिरकत कर चुके हैं।

श्योपुर के इन दोनों भाईयों को काष्ठ शिल्प विरासत में मिला है । उनके परिवार में कई पीढ़ियों से परम्परागत भगवान के झूले बनते हैं । लकड़ी के अन्य आयटम भी वे बहुत खूबसूरती से बनाते हैं । जिस इलाके में दोनों भाई बसते हैं वह काष्ठ शिल्पियों का ही इलाका और खरादी बाजार कहलाता है । वहाँ बहुत सी काष्ठ शिल्प विक्रेताओं की दुकाने हैं । बाजार से सटी गलियों में काष्ठ शिल्पी बसते हैं जो अपने घरों पर लकड़ी का सुन्दर सुन्दर सामान बनाते हैं और यहाँ दुकानदारों को पहुँचा जाते हैं । कारीगरों को तो बामुश्किल मेहनताना ही मिलता है अलबत्ता दुकानदार जरूर ठीक ठाक पैसा कमा लेते हैं । ऐसे शिल्पी जिनकी अपनी दुकानें हैं महज वे ही बेहतर गुजर बसर करते हैं।

       बातचीत में मुझे दोनों भाईयों निसार और सरकार अहमद ने बताया कि सलई, गमीर, गुरजेन, कदम और जो भी हेड लोड़ लकड़ी बेचने वाले खरादी बाजार के चौराहे पर लाते हैं उन्ही में से शिल्पी अपनी जरूरत की लकड़ियां देख कर खरीद लेते हैं । जंगल विभाग के डिपो से तो उन्हें अब लकड़ियां नहीं मिलती । इस प्रकार उपलब्ध जंगल वुड से जो खिलौने या सजावट का सामान बनता है वह सुन्दर तो होता है पर सहारनपुर के पक्की लकड़ी वाले काष्ठ शिल्प जैसा टिकाऊ नहीं होता । सहारनपुर के आयटम तो अब हर तरफ बिकते हैं । सहारनपुर वाले कई तरह की मशीनों का उपयोग करते हैं । उन्हें विदेशी बाजार भी मिल चुका है । श्योपुर के काष्ठ शिल्पियों को भी अगर वन विभाग से अच्छी लकड़ी मिलने लगे तो श्योपुर का शिल्प भी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार पा सकता है ।

       राजस्थान से लगे मध्य प्रदेश के जिले श्योपुर के काष्ठ शिल्प की खासियत बयान करते हुए उन्होंने बताया कि हम खराद और हाथ का कमाल दिखाते हैं । हमारे परिवार की स्त्रियां और बच्चे ब्रश से इन कला- कृतियों को रंगते हैं और हम चपड़े वाले पन्द्रह रंगों से जो अधिक चमकीले  और सतह को चिकना बनाने वाले होते हैं, से कलाकृतियों को सजा देते हैं। राजस्थान के उदयपुर में भी गौंड़ा लैम्प (पैडस्टल लैम्प) बनाये जाते हैं जो श्योपुर से मिलते जुलते दिखते हैं ।  समानता के बावजूद श्योपुर में निर्मित लकड़ी के लैम्प और अन्य सामान बड़ी मेहनत, अधिक सफाई और खास किस्म की कलर स्कीम के कारण विशिष्टता लिये रहता है । इसी लिए उनके दाम भी उदयपुर के सामान से कहीं अधिक मिलते हैं ।

       अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए दोनों भाई बताते हैं कि कभी श्योपुर के पठान, गौरी पठान, शेख, मेवाती आदि दो सौ से भी अधिक परिवार काष्ठ शिल्प से अपनी रोजी रोटी चलाते थे । आज इस व्यवसाय में मात्र एक चौथाई परिवार रह गये हैं । अव्वल दर्जे के कारीगर भी अब गिनती के हैं । अच्छे कारीगरों में सर्वश्री मसूद इकबाल, खालिक, सलमान और निसार जैसों का नाम लिया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि अमूमन बाहर से आने वाले पर्यटक या फिर शादी ब्याह में ही स्थानीय लोग हमारा सामान खरीदते हैं । बाहर प्रदर्शनियों में हिस्सेदारी भी कुछ न कुछ दे जाती है । बच्चों के खिलौने अब बहुत कम बिकते हैं । बाजार में अब प्लास्टिक और चीन देश के बने सस्ते सामान की भरमार होती जा रही है । साथ ही अब अच्छी लकड़ी भी तो दूर हो चुकी है ।

 बावजूद बढ़ती दुश्वारियों के श्योपुर के काष्ठ शिल्पी अपनी श्रम साधना में निरन्तर जुटे हैं । परम्परागत काष्ठ शिल्प के अलावा कुछ नये आयटम  भी वे अब बनाने लगे हैं । उनसे विदा होते हुए मुझे बचपन में सुना वह गीत याद आ रहा था '' जीते लकड़ी, मरते लकड़ी, अजब तमाशा लकड़ी का'' गीत में बच्चे के पालने से लेकर व्यक्ति की चिता तक लकड़ी के महत्व को बहुत खूबसूरती से पिरोया गया था। अब लगता वह लकड़ी हमसे छूटती जा रही है और उसकी जगह गैस,रसायन, प्लास्टिक और धातु निर्मित वस्तुएं लेती जा रही हैं। ऐसे में अगर इन काष्ठ शिल्पियों की सुध न ली गई तो यह परम्परागत शिल्प ड्रांईग रूम से उठकर कहीं संग्रहालय की वस्तु  बन कर न रह जाये ।

सुभाष चन्द्र अरोड़ा

 

गोहद व मौ जल आवर्धन योजना 7 दिवस में प्रारंभ कराने के निर्देश, कलेक्टर द्वारा गोहद क्षैत्र में संचालित योजनाओं की समीक्षा

गोहद व मौ जल आवर्धन योजना 7 दिवस में प्रारंभ कराने के निर्देश, कलेक्टर द्वारा गोहद क्षैत्र में संचालित योजनाओं की समीक्षा

भिण्ड 1 अगस्त 2009

       गोहद और मौ नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए बनाई गई जल आवर्धन योजनाओं की खामियों को 7 दिवस में दूर कर प्रारंभ किया जावे तथा विधानसभा क्षेत्र गोहद में संचालित सभी योजनाओं का प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाये यह निर्देश कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने आज गोहद जनपद पंचायत सभागार में समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में एसडीएम श्री मनोज माथुर सहित सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।

       कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने कहा कि गोहद तहसील क्षेत्र के सभी अपूर्ण व अप्रारंभ कार्य 10 अगस्त तक प्रारंभ कराये जावे। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी गोहद क्षेत्र में योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देवे। उन्होंने कहा कि गोहद विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव शीघ्र होना संभावित है। निर्वाचन की तिथि निर्धारित होने पर आदर्श आचरण संहिता प्रारंभ हो जायेगी। परिणाम स्वरूप नवीन कार्यो की स्वीकृति व प्रारंभ करने पर रोक होगी। अत: सभी जिलाधिकारी अपने अपने विभागों के कार्य शीघ्र प्रारंभ करावे।

       विगाव वार समीक्षा के दौरान कलेक्टर श्री जैन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा निर्माणाधीन जल आवर्धन योजनाओं की 4 अगस्त से टेस्ंटिग प्रारंभ करावे। गोहद नगर हेतु बनाई गई बसारा जल आर्वधन योजना की गुणवत्ता के संबंध में कलेक्टर ने कार्यपालन यंत्री को स्वयं निरीक्षण कर रिर्पोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि टंकी व पाइप लाइन की गुणवत्ता की कमी होने पर संबंधित ठैकेदार के विरूद्व आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने तथा सहायक यंत्री व उपयंत्री के विरूद्व कार्रवाई प्रस्तावित की जावे। नगर पंचायत मौ की जल आर्वधन योजनाओं का 4 अगस्त से टेस्ंटिग प्रारंभ कराया जाने तथा चोरी गई विद्युत केवल की एफआईआर दर्ज कराये। कलेक्टर श्री जैन ने बिद्युत कार्य प्रारंभ न होने के कारण अप्रारंभ नलजल योजनाओं को शीघ्र प्रारंभ करावे। काम न करने वालें विद्युत ठैकेदार का ठेका निरस्त किया जावे।

       कलेक्टर ने आदिम जाति कल्याण विभाग के निर्माणाधीन गोहद, मौ के छात्रावास का कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग की नहरो के जिर्णोद्वार हेतु 175 करोड़ रूपये लागत को शासन स्तर लंबित प्रस्ताव पर प्रयास के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम चन्दहारा व धमसा में 46-46 लाख रूपये की लागत से बनाये जाने वाले स्टाप डेम के लिए शासन स्तर से राशि प्राप्ति हेतु प्रयास तेज किए जावे। गोहद तहसील क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क परियोजना के तहत 47 सड़क मार्ग स्वीकृत किए गये है जिसमें से 30 मार्गो का कार्य पूर्ण किया जा चुका है 17 मार्गो का कार्य प्रगति पर है।

       श्री जैन ने मजदूरों के कल्याण हेतु संचालित मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना तथा श्रम कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की व अभियान चलाकर सभी श्रमिकों के पंजीयन का रिनूवल किया जावे। मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना की राशि का भुगतान 7 दिवस में कराया जावे। हितग्राही मूलक योजनाओं की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने सभी बैंकों को रोजगार मूलक योजनाओं के प्रकरण 15 अगस्त तक प्रकरण स्वीकृत कर वितरण सुनिश्चित करें।

 

मेला ग्राउण्ड को अतिक्रमण मुक्त करावे , कलेक्टर द्वारा अपूर्ण पडे सामुदायिक भवन का निरीक्षण

मेला ग्राउण्ड को अतिक्रमण मुक्त करावे , कलेक्टर द्वारा अपूर्ण पडे सामुदायिक भवन का निरीक्षण

भिण्ड 1 अगस्त 2009

       भिण्ड शहर में स्थित मेला ग्राउण्ड का सीमांकन कर अतिक्रमण से मुक्त कराने तथा अपूर्ण पड़े सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दिए है। कलेक्टर श्री जैन ने आज मेला ग्राउण्ड का निरीक्षण किया।

       कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि मेला ग्राण्ड को अपने मूल स्वरूप प्रदान किया जावे तथा पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जावे। उन्होंने मेला ग्राण्ड स्थित अपूर्ण पड़े सामुदायिक भवन का अवलोकन किया तथा वास्तविक स्थिति हेतु संबंधित फाइल के साथ 3 अगस्त को सीएमओ को प्रस्तुत होने के निर्देश दिए है। श्री जैन द्वारा संबंधित ठेकेदार को भी तलब किया गयाहै।

       कलेक्टर ने मेला ग्राउण्ड स्थित हाथी गड्डा तालाब के जिर्णोद्वार कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जावे। इसके साथ ही मेला क्षेत्र में वृक्षारोपण के निर्देश भी दिए।

 

टीएल बैठक 4 अगस्त के स्थान पर 3 अगस्त को

टीएल बैठक 4 अगस्त के स्थान पर 3 अगस्त को

भिण्ड 1 अगस्त 2009

       आगामी होने वाली टीएल बैठकों में पॉच अतिरिक्त बिन्दु स्थाई रूप से जोडने के निर्देश कलेक्टर श्री के.सी.जैन ने  सभी कार्यालय प्रमुखों को दिये तथा सभी कार्यालय प्रमुखों को उक्त बिन्दुओं की जानकारी सहित टीएल बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए। 

       कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने बताया कि आगामी होने वाली टीएल बैठकों में अनुकम्पा नियुक्ति के प्रकरण, परख कार्यक्रम, माननीय मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जन शिकायत, माननीय मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाए एवं माननीय मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त शिकायती पत्र संबंधी बिन्दु स्थाई रूप से जोडे जावे तथा उक्त बिन्दुओं पर प्रत्येक मंगवार को दोपहर 3 बजे होने वाली टीएल बैठक में समीक्षा की जावेगी। अत: प्रत्येक टीएल बैठकों में इन बिन्दुओं से संबंधित जानकारी सहित सभी कार्यालय प्रमुख उपस्थित सुनिश्चित करेगें।

       इसके साथ ही आगामी टीएल बैठक दिनांक 4 अगस्त के स्थान पर दिनांक 3 अगस्त सोमबार को प्रात: 11 बजे आयोजित की जावेगी तथा आगामी सभी टीएल बैठके यथावत प्रत्येक मंगलवार को अपरान्ह 3 बजे आयोजित होती रहेगी।

 

जनपद पंचायत मेहगांव अन्तर्गत संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 की सूची जारी

जनपद पंचायत मेहगांव अन्तर्गत संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 की सूची जारी

भिण्ड 1अगस्त 2009

       जनपद पंचायत मेहगांव अन्तर्गत संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 के पदों की भर्ती हेतु अनन्तिम सूची का प्रकाशन कर दिया गया है।

       मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मेहगांव से प्राप्त जानकारी के अनुसार संविदा शाला वर्ग 3 की पिछडा वर्ग की अनन्तिम मेरिट सूची में अशोक कमार लोधी, संजय, पिंकी लाल रावत, गजराज सिंह गुर्जर, नरेन्द्र सिंह राजपत, परशुराम कशवाह, देशराज रावत, दिवसकुमार पाल, रमाकांत सिंह गुर्जर, लेखराज सिंह कशवाह, अमजत खांन, मिथलेश कमारी, जानकी, मनोज कमारी, अनीता कशवाह, प्रीती कंषाना, मनीषा नरवरिया, सरोज बघेल, पदमा यादव, बबिता शर्मा, अर्चना लोधी, अनारक्षित वर्ग में राषबिहारी शर्मा, किरण देवी, रामकृपाल सिंह कशवाह, राजेन्द्र सिंह, पुष्पपाल सिंह चौहान, सुन्दर सिंह, राधेश्याम राजपत, हरनारायण, सतीष कमार, रेखा सिंह, अमरीश पाण्डेय, जितेन्द्र कमार शर्मा, ज्योति कशवाह, प्रियंका शर्मा, संगीता तौमर, महेश प्रसाद नायक, संजय कमार शर्मा, अमरनाथ सेठ, अरविन्द सिंह, सुनील कमार व्यास, योगेन्द्र सिंह भदौरिया, सतदेव आझा, पान सिंह सिकरवार, अजय पाराशर, मनीष श्रीवास्तव, नन्दिनी सिंह तोमर, अशैेंक कमार राजपत, संजेश शर्मा, संगीता भदौरिया, जितेन्द्र सिंह, दीपा भदौरिया, अनोज शर्मा, हरिओम भारद्वाज, रघुराघव शिवदास सोनी, बासदेव सिंह नरवरिया, ब्रजेश सिंह भदौरिया, चडिका प्रसाद, अंजली गौर, सरोज चौहान, मनोज कमार तिवारी, ऋषि कमार राजौरिया, उपेन्द्र सिंह, विवेक जोशी, प्रियश शर्मा, योगेश दुबे, सुनील कमार शर्मा, गजराज सिंह, रमलू पाण्डेय, मनोज शर्मा, रामबीर सिंह भदौरिया, बंदना दुबे, गीता चौहान, सुषमा शर्मा, रंजना पाण्डेय, उमा जादौन, अनीता चतुर्वेदी, मंजुला, सुमन करैया, साधना चौहान, सरला शुक्ला, नीतू शर्मा, प्रीती शर्मा, गीता भदौरिया, राखी पाठक, नारायणी बांदिल, शिल्पा सिंह, ममता श्रीवास्तव, अर्चना कटारे, अनीता शर्मा, अनीता शर्मा, मंजू मिश्रा, ममता शर्मा, उमा दीक्षित, रचना देवी कशवाह, सनीता शाक्य, रमा चौहान, मधुवाला सिंह कशवाह, उषा त्रिपाठी, मंजू शर्मा, मनीषा जैन, ललता, अनोज तोमर, राधा तिवारी, भारती गर्ग, संजूलता शर्मा, सपना वाई शर्मा, मधू तोमर, महबूब खान, होतम सिंह भदौरिया, भगवानदास राजोदिया, इन्द्रसिंह तोमर, रामकरन सिंह भदौरिया, ओमकार सिंह भदौरिया, रामभरोसे सिंह, राजेन्द्र सिंह यादव, रामबीर सिंह भदौरिया, केशव सिंह नरवरिया शामिल है।

अनुसूचित जाति वर्ग में प्रमोद सिंह, नवल सिंह, नवदीप पालिया, रामेश्वर परिहार, हरेन्द्र सिंह, बलवीर सिंह सिलावट, राजेन्द्र सिंह जाटव, बहादुर सिंह, चुन्नीलाल अनुरागी, बीरनलाल अहिरवार, अजयप्रताप सिंह गौतम, ब्रजेन्द्र सिंह शाक्य, प्रतम लाल जाटव, सुधीर कमार खटीक, दिलीप कमार जाटव, योगेन्द्र सिंह महेश्वरी, राजनारायण दौहरे, राधारानी त्रिपाठी, अर्चना देवी, प्रतिभा गौतम, संगीता दीप शाक्य, रामा गौयल, हेमलता, सुषमा समर, रजनी कौशल, स्वदेशी शाक्य, बंदना, गायत्री माहौर, प्रभा आर्य, फूलन देवी अहिरवार, सोमवती माहौर, ममता देवी, मीनू मगरैया, सुभांगी बामबार प्रयोग शाला सहायक  अनुसूचित जाति वर्ग में प्रमोद सिंह, संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 अनुसूचित जनजाति वर्ग में राजपाल रामकुमार, अशोक कमार, रेखा मांझी, खुशबू मांझी शामिल है।

 

विधानसभा निर्वाचन में अधिग्रहित वाहनों के वाहन मालिक किराया राशि 25 अगस्त तक प्राप्त करें

विधानसभा निर्वाचन में अधिग्रहित वाहनों के वाहन मालिक किराया राशि 25 अगस्त तक प्राप्त करें

भिण्ड 1 अगस्त 2009

       विधानसभा निर्वाचन 2008 के दौरान अधिग्रहित किये गये वाहनों की किराया राशि भुगतान का ड्राफ्ट/ बैंकर्स चैंक निर्वाचन कार्यालय में रखे हुये है संबंधित वाहन मालिक निर्वाचन कार्यालय से दिनांक 25 अगस्त 2009 तक ड्राफ्ट/बैंकर्स चैक प्राप्त कर लें। अन्यथा राशि शासन हित में राजसात कर दी जावेगी। जिसका संपूर्ण दायित्व  संबंधित वाहन मालिकों का होगा।

       उप जिला निर्वाचन अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन वाहन मालिकों के ड्राफ्ट/ बैंकर्स चैक निर्वाचन कार्यालय में रखे हुये है उनमें प्रागनारायण भटेले, नाथूसिंह, सुरेन्द्र शर्मा, सरल श्रीवास्तव, अखिलेश चतुर्वेदी, रवि भदौरिया, सोनू शर्मा, ठाकुर दास, विक्की बालमीक, रमेश राठौर, आनन्द सिंह, उमादत्त, रामनाथ सिंह, सुल्तान सिंह, अशोक सिंह, जगदीश, बंटी अग्रवाल, संतू, एसएस सिंगल, जगदीश, अवधेश कुमार, सुनील कुमार, मोहर सिंह, रामसिंह, रघुराज सिंह, निहाल सिंह, मिठ्ठन, अशोक शर्मा, शिवसिंह, कुलदीप तिवारी, हुकुमचन्द्र, बीके शुक्ला, राजकुमार, हरिभजन सिंह, राजेश कुमार, नेपाल सिंह चौहान, जानकी प्रसाद, अनिल तिवारी, अजमेरी, राजेन्द्र यादव, राजीव चौरसिया, कोशल शर्मा, दिनेश, महेन्द्र सिंह, प्रेम सिंह, कमलेश, फूलसिंह, गोविन्द, रतन सिंह कुशहाव, शंकर सिह,दीपक शर्मा, सोमेश शर्मा, सोनू तिवारी, प्रमोद सिंह यादव, कमलेश यादव, विशेष सिंह यादव, सूबेदार सिंह, रामलखन शर्मा, छोटे सिंह, जितेन्द्र सिंह, बलवंत सिंह, सोनू, सुनील कुमार गुप्ता, जयदीप सिंह तोमर, विनोद कुमार भदौरिया, सोनू राजावत, सुरेन्द्र सिंह, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, जितेन्द्र सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, राधेगोपाल सिंह यादव, सचिन शर्मा, कमल सिंह, संतोष शर्मा, धीरज शिवहरे प्रदीप शर्मा, सुरेश सिंह गोड, सुभाष, मनोज कुमार, रामधुन सिंह बघेल, सुन्दर सिंह, धीर सिंह गुर्जर, छोटे सिंह गुर्जर, फूल सिंह तोमर, झुग्गेलाल,लेखराम, सुरेन्द्र सिंह कुशवाह शामिल है।

 

आपराधिक प्रवृत्ति के तीन व्यक्तियों के शस्त्र लायसेंस निलंबित

आपराधिक प्रवृत्ति के तीन व्यक्तियों के शस्त्र लायसेंस निलंबित

भिण्ड 1अगस्त 2009

       कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री के.सी.जैन ने पुलिस अधीक्षक भिण्ड की अनुशंसा पर आपराधिक प्रवृत्ति के तीन व्यक्तियों के शस्त्र लायसेंस निलंबित कर दिये है।

       कलेक्टर एंव जिला दण्डाधिकारी श्री जैन ने पुलिस अधीक्षक भिण्ड की अनुशंसा पर आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति श्री बीर सिंह पुत्र लाखन सिंह राजावत निवासी पुरानी गडिया थाना नयागांव, बलवंत पुत्र गमण्डी शर्मा निवासी गोरम थाना भारौली, बलवंत सिंह पुत्र लोटन सिंह राजपूत निवासी गुरियाची थाना मौ के शस्त्र लायसेंस निलंबित किये गये है।

 

वेतन निर्धारण प्रकरणों की जांच हेतु शिविर का आयोजन

वेतन निर्धारण प्रकरणों की जांच हेतु शिविर का आयोजन

भिण्ड 1 अगस्त 2009

       मध्यप्रदेश वेतन पुनरीक्षण नियम 2009 के अन्तर्गत वेतन निर्धारण प्रकरणों की जांच हेतु शिविर का आयोजन दिनांक 17 अगस्त 2009 से 22 अगस्त 2009 तक कलेक्ट्रेट भवन में किया जावेगा।

       कलेक्टर श्री के.सी जैन ने समस्त कार्यालय प्रमुखों को कि दिनांक 17 अगस्त 2009 से 22 अगस्त 2009 तक कलेक्ट्रेट भवन में लगने वाले वेतन निर्धारण शिविर में प्रकरणों की जांच कराने के निर्देश दिए। शिविर में संयुक्त संचालक कोष लेखा एवं पेंशन ग्वालियर का दल प्रकरणों की जांच करेगा। इसके साथ ही कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने कहा है कि जिस कार्यालय प्रमुख के वेतन निर्धारण के कारण पेंशन प्रकरण लंबित रहे तो उन कार्यालय प्रमुखों के विरूद्व अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।