मंगलवार, अगस्त 04, 2009

अटल बिहारी वाजपेई भारतीय सूचना प्रौद्यौगिकी एवं प्रबंध संस्थान ग्वालियर -सुभाष चन्द्र अरोड़ा

अटल बिहारी वाजपेई भारतीय सूचना प्रौद्यौगिकी एवं प्रबंध संस्थान ग्वालियर

(भारत सरकार का स्वशासी संस्थान)

v                 सुभाष चन्द्र अरोड़ा

 


v                 प्रस्तुतकर्ता संभागीय जनसंपर्क कार्यालय ग्वालियर में संयुक्त संचालक है ।

 

ई-गवर्नेंस साफ्टवेयर निर्माण हेतु पुरूस्कृत

ग्वालियर के अटल बिहारी वाजपेई प्रौद्यौगिकी संस्थान को ई गवर्नेंस की दृष्टि से उपयोगी '' फाईल ट्रेकिंग सिस्टम'' सॉफ्टवेयर निर्माण हेतु प्रदेश के सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने '' ई गवर्नेंस इनीशेटीव इन मध्य प्रदेश'' पुरूस्कार प्रदान किया। फाईल ट्रेकिंग सिस्टम के इस सॉफ्टवेयर का आई आई आई टी एम के डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, डॉ. दिलीप कुमार एवं दो छात्रों विनीत रंजन एवं रोहित शुक्ला द्वारा निर्माण किया गया। यह द्विभाषीय सॉफ्टवेयर ओपन सोर्स तकनीक पर आधारित है। इस सॉफ्टवेयर की मदद से किसी भी विभाग अथवा संस्थान में आने व जाने वाली फाइलों का रिकार्ड आराम से रखा जा सकता है साथ ही समय समय पर फाइल की स्थिति की जानकारी भी ली जा सकती है।

 

 

अटलबिहारी वाजपेई भारतीय सूचना प्रौद्यौगिकी एवं प्रबंध संस्थान ग्वालियर भारत सरकार द्वारा स्थापित एक समविश्वविद्यालय है। यह सूचना प्रौद्यौगिकी तथा प्रबंधन दोनों क्षेत्रों में एक प्रतिष्ठित संस्थान है तथा विश्वस्तर का नामचीन संस्थान बनने के लिये प्रयासरत है।

       यह संस्थान 160 एकड़ के परिसर में निर्मित है तथा सक्षम शिक्षकों के साथ ही कलात्मक प्रयोगशालाओं से सुसज्जित है। इस संस्थान का परिसर सभी आवश्यक सुविधाओं से परिपूर्ण है, जहां छात्रों के व्यक्तित्व के सम्रग विकास के प्रयत्न किये जाते हैं। यहां की गतिविधियों का उद्देश्य छात्रों में जानकारी तथा शोध संस्कृति को बढ़ावा देना है।

       अ बि वा. भारतीय सूचना प्रौद्यौगिकी एवं प्रबंध संस्थान ग्वालियर का उद्देश्य देश में सूचना प्राद्यौगिकी तथा प्रबंधन की शिक्षा में बेंचमार्क स्तर की स्टेट ऑफ आर्ट सुविधायें प्रदान करना है। इस संस्थान का परिसर आधुनिक संचार सुविधाओं से सुसज्जित है। संस्थान, प्रबंधन एवं सूचना प्रौद्यौगिकी के क्षेत्र में सम्पूर्ण ज्ञान को प्रदान करने वाले वातावरण को तैयार करने वाले शिक्षा केन्द्र के रूप में स्थान प्राप्त कर चुका है।

       उद्योगों से संबंधित प्रबंधन के कार्यक्रम सलाहकार सेवा प्रदान करते हुए, संस्थान में समकालीन तथा संबंधित शोध क्षेत्रों की पहचान की जा चुकी है। आई आई आई टी एम. की शोध सुविधाओं को प्रयोगशाला  परा संरचनाओं के द्वारा सशक्त बनाया गया है।

       शैक्षणिक पोषण के हित के लिये संस्थान में शोध पर विशेष बल दिया जा रहा है। प्रयोगशालाओं को सशक्त बनाकर छात्रों तथा शिक्षकों को शोध कार्यों में समाहित कर देश विदेश के विश्व विद्यालयों से सहयोग बढ़ाकर इन उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सका है। वर्तमान में संस्थान में निम्नलिखित प्रयोगशालायें संचालित हैं।

       आधारभूत इलेक्ट्रानिक प्रयोगशाला, डिजिटल प्रणाली प्रयोगशाला, संचार प्रणाली प्रयोगशाला, कम्प्यूटर नेटवर्किंग प्रयोगशाला, जेनेटिक कम्प्यूटिंग प्रयोगशाला (1,2,3), कम्यूनिकेशन स्किल प्रयोगशाला, वी एल एस आई. डिजाइन प्रयोगशाला, बिजनिस इनफोर्मेटिक्स प्रयोगशाला, ह्यूमनसेन्टर्ड कम्प्यूटिंग प्रयोगशाला, इन्फोर्मेशन सिक्योरिटी प्रयोगशाला, इंजीनियरिंग भौतिकी प्रयोगशाला तथा आई सी टी. कार्यशाला ।

       संस्थान के पुस्तकालय में प्रबंधन सूचना प्रौद्यौगिकी कम्प्यूटर विज्ञान, नेटवर्किंग, समाज विज्ञान के साथ साथ औद्यौगिक शोध पत्र तथा परियोजना प्रतिवेदनों सहित पाठय पुस्तकों व संदर्भ ग्रंथों का अच्छा संग्रह है।

       आई आई आई टी एम. ने सूचना स्रोतों की प्राप्ति का विस्तार डाटाबेस एक्सेस वर्चुअल पुस्तकालय के द्वारा किया है। यह पुस्तकालय इनडेस्ट कान्सोर्टियम का सदस्य है। पुस्तकालय द्वारा ई बी एस. को. के माध्यम से 800 से ज्यादा पत्रिकाओं को प्राप्त किया गया तथा सी. एम. आई. ई. द्वारा इकोनोमिक डाटाबेस उपलब्ध कराया गया है। संस्थान का पुस्तकालय सूचना प्रौद्यौगिकी तथा प्रबंधन के क्षेत्र की 200 से अधिक पत्र पत्रिकाओं को मंगाता है। इस पुस्तकालय में दर्शन शास्त्र योग आदि की पुस्तकें भी हैं। वर्तमान में छात्रों के लिये 14,500 पुस्तकें उपलब्ध हैं।

शैक्षणिक कार्यक्रम का रूपांकन इस अवधारणा से किया गया है, कि प्रबंधन, को सूचना प्रौद्यौगिकी के साधन के रूप में प्रभावशाली ढंग से संयुक्त किया जाये। पाठयक्रम का रूपांकन सूचना प्रौद्यौगिकी से संबंधित

आधुनिक विकास को ध्यान में रखकर किया गया है। इसमें साफ्टवेयर, नेटवर्किंग, मोबाइल, कंप्यूटिंग, व्ही एल एस आई. रूपांकन आदि के क्षेत्र सम्मिलित किये गये हैं। सूचना प्रौद्यौगिकी के अन्य क्षेत्रों जैसे- ई लर्निंग, ई गवर्नेंस, पर बल दिया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी  की व्यवस्थित प्रबंधकीय श्रृंखला है। जिसमें स्ट्रैटजिक प्रबंधन तथा योजना कारकों का समावेश है संस्थान द्वारा एम टैक. , एम बी ए. तथा पी एच डी. कार्यक्रमों की ओर उन्मुख होने वाले स्नातकोत्तर पाठयक्रम संचालित है।

पंच वर्षीय इंटीग्रेटेड स्नातकोत्तर (आई पी जी.) कार्यक्रम - दस सेमेस्टर पूर्ण करने पर यह कार्यक्रम दोहरी डिग्री (स्नातक तथा स्नातकोत्तर) प्रदान करता है। कार्यक्रम का निर्माण इस प्रकार किया गया है जिससे छात्र छ: सेमेस्टर पूर्ण करने के पश्चात एम बी ए अथवा एम टैक. का चयन कर सकता है। छ: सेमेस्टर तक छात्राओं को विशेष और उसके विस्तार के लिये वृहद आयाम प्राप्त होता है। ताकि वे अपने आधार और दृष्टिकोण का विस्तार कर सकें। इसके लिये विज्ञान, मानविकी, प्रबंधन, कंप्यूटर एवं आई टी. विषयों को सम्मिलित किया गया है।

       अखिल भारतीय स्तर पर संचालित होने वाले ए आई आई ट्रिपल ई.अखिल भारतीय यांत्रिक प्रवेश परीक्षा के द्वारा कार्यक्रम में प्रवेश दिया जाता है।

एम टैक (आई टी.) कार्यक्रम (2वर्ष) - सूचना प्रौद्यौगिकी के उभरते हुए छात्रों के लिये तकनीकी रूप से सक्षम वृत्तिकों को तैयार करने के उद्देश्य से एम टैक कार्यक्रम का तकनीकी विकास किया गया है। इस कार्यक्रम का रूपांकन सूचना प्रौद्यौगिकी की अवधारणा के विभिन्न  खण्डों में आवकों के लिये किया गया है। छात्रों का चयन व्यक्तिगत साक्षात्कार तथा जी ए टी ई. में अर्जित  अंकों के आधार पर किया जाता है। एम टैक स्तर पर विशेषज्ञता चार क्षेत्रों में प्रस्तावित है। ये चार क्षेत्र क्रमश: सूचना प्रौद्यौगिकी, उन्नत नेटवर्क, साफ्टवेयर इंजीनियरिंग तथा व्ही एल एस आई. है।

एम बी ए. कार्यक्रम (2 वर्ष )- एम बी ए पाठयक्रम को सूचना प्रौद्यौगिकी के महत्व को रेखांकित करते हुए इस तरह से रूपांकित किया है कि संबंधित सूचना तथा इसके प्रसारण में प्रबंधकीय परिस्थितियों में त्वरित गति में निर्णय लेने योग्य छात्रों को बनाया जा सके। इस कार्यक्रम को प्रबंधन की अवधारणा तथा सूचना प्रौद्यौगिकी दोनों को मिश्रित कर तैयार किया गया है। जी डी. के पश्चात व्यक्तिगत साक्षात्कार तथा कैट के आधार पर संस्थान में छात्र एवं छात्राओं का चयन किया जाता है।

शोध कार्यक्रम (पी एच डी.)- जुलाई 2001 में डाक्टरेट कार्यक्रम प्रारंभ किया गया । संस्थान में संचालित प्रवेश परीक्षा तथा साक्षात्कार के माध्यम से छात्रों का चयन शोध कार्यक्रम के लिये किया जाता है। सूचना प्रौद्यौगिकी तथा प्रबंधन पर बल देते हुए समस्त क्षेत्रों में डाकटोरल कार्यक्रम उपलब्ध कराया गया है। इनमें निम्न लिखित अर्न्तभागी शोध क्षेत्रों को शामिल किया गया। मोबाइल कंप्यूटिंग (संचार प्रणालियों डबल्यू ए पी. वायर लेस नेटवर्किंग आदि) नेटवर्किंग तथा सूचना सुरक्षा (वितरित नेटवर्क, सेन्सर नेटवर्क सूचना सुरक्षा किप्टोग्राफी आदि)

       सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, (एस डब्ल्यू आर्किटेक्चर, अलगोरिथमस - ग्राफ प्रोब्लम ) डाटा स्ट्रक्चर प्रोग्रामिंग लेंग्वेज आपरेटिंग प्रणाली गुणवत्ता प्रबंधन आदि, एम्बेडेड प्रणाली, (वीएलएसआई)डिजाइन डिजीटल सिस्टम डिजाइन, एन ई एम एस. आदि, ह्यूमन सेन्टर्ड कंप्यूटिंग ,एन.एल.पी.ए.एल, एच.सी.एल.  इमेज प्रोसेसिंग स्पीच टैक्नोलॉजी कंप्यूटर विजन एण्ड रोबोटिक्स सीमेन्टिक वेब डब्ल्यू 3 सी. स्टेण्डर्डस लोकेलाइजेशन आदि, ज्ञान प्रबंधन (इन्फार्मेशन इंटीग्रेशन) डीडीएस, एससीएम, ईआरपी, पीएलएम, पीडीएम, आईपीआर तथा गुणवत्ता, प्रबंधन टैक्नोलॉजी बिजनिस इम्क्यूबेशन आदि व्यापार विश्लेषण (डाटा वेयर हाउसिंग माइनिंग,व्यावसायिक बौध्दिकता डाटा, विजुअलाइजेशन जोखिम प्रबंधन आदि) नैनो विज्ञान तथा प्रौद्यौगिकी (मटेरियल मॉडलिंग, नैनो सेन्सर्स, नैनो डिवाइसेज)।

       संस्थान उद्योगों से शोध एवं विकास तथा मानवशक्ति के बेहतर उपयोग के लिये लम्बे  समय तक संबंध कायम करने के प्रयास करता है। सीईओ व्याख्यान ग्रीष्म इन्टर्नशिप तथा परिसर भर्ती आदि के द्वारा उद्योगों के संपर्क में रहते हैं। परिसर के अंदर तथा उसके बाहर दोनों प्रकार से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं। 2008 बैच के 90 प्रतिशत छात्रों को रोजगार प्राप्त हो चुका है।  शेष छात्रों को रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास जारी हैं। 2009 के बैच के रोजगार खोजने के अन्वेशन कार्य भी प्रारंभ हो चुके हैं।

इति।

 

 

स्कूली वाहन में ओवर लोडिंग हुई तो चालक व संचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी-कलेक्टर श्री जैन

स्कूली वाहन में ओवर लोडिंग हुई तो चालक व संचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी-कलेक्टर श्री जैन

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       स्कूली वाहनों में ओवर लोडिंग करने वाले वाहन चालकों व विद्यालय संचालकों के विरूद्व दण्डात्मक कार्रवाई की जावेगी। यह निर्देश कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने आज स्कूली बच्चों की यातायात व्यवस्था को दृष्टिगत रखी बैठक में दिए। बैठक में एसडीएम भिण्ड श्री डी.आर.कुर्रे नगर पुलिस अधीक्षक श्री धमेन्द्र सिंह छावई, जिला शिक्षाधिकारी श्री भिलवार सहित सभी निजी विद्यालयों के संचालक गण उपस्थित थे।

       कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि स्कूली बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनको लाने ले जाने के लिए भी उचित व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को घर से स्कूल तथा स्कूल से वापस घर तक पहुंचने तक स्कूल संचालकों की जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी संचालकों को निर्देश दिए कि बच्चों को लाने ले जाने वाले वाहनों को पंजीबद्व करे। किसी भी परिस्थिति में बच्चों की ओवर लोडिंग नही की जावेगी। प्रत्येक वाहन में निर्धारित संस्था के मान से बच्चे विठाये जावे। प्रत्येक विद्यालय वाहन प्रभावी के  रूप में एक शिक्षक की नियुक्ति की जावे। स्कूल संचालक सभी आटो व वाहन चालकों के नाम पता आदि की संपूर्ण जानकारी अपने पास रखे। बच्चों को लाने वाले वाहनों की गति पर नियंत्रण रखा जावे।

       कलेक्टर श्री जैन ने एलपीपी से चलने वाले वाहनो के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश सीएसपी को दिए। इसके साथ ही शासकीय व निजी विद्यालयों में एक ही बच्चे का नाम दर्ज होने की शिकायत पर 31 अगस्त तक प्रत्येक पालक से इस आशय का प्रमाण पत्र लिया जावे कि उसके बच्चे एक ही विद्यालय में अध्ययनरत है। यह प्रमाण पत्र विद्यालय 31 अगस्त तक जिला शिक्षाधिकारी को उपलब्ध करायेगें।

 

संविदा शाला शिक्षक वर्ग 1व 2 की सूची बेवसाइट पर उपलब्ध

संविदा शाला शिक्षक वर्ग 12 की सूची बेवसाइट पर उपलब्ध

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       कलेक्टर श्री के.सी. जैन के निर्देश पर जिला पंचायत भिण्ड की संविदा शाला शिक्षक वर्ग 12 की विषयाबार अनन्तिम एवं प्रतीक्षा सूची कलेक्टर जिला भिण्ड की बेवसाइट भिण्ड एमपीजीओव्हीआईएन एवं भिण्ड आईएनसी,आईएन पर प्रकाशित करा दी गई है।

 

शहर के अपूर्ण निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश

शहर के अपूर्ण निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       भिण्ड शहर में अपूर्ण पडे विकास कार्यो को पुन: प्रारंभ कराया जावेगा। इसकेलिए कलेक्टर श्री के.सी. जैन द्वारा नगर पालिका परिषद और संबंधित ठेकेदार को अपने समक्ष तलब किया गया तथा बंद पड़े कार्यो को पुन: प्रारंभ करने हेतु समय सीमा निर्धारित किया गया।

      कलेक्टर श्री के.सी जैन ने कहा कि शहर में करोड़ों रूपये की लागत के विकास कार्य जो नगर पालिका परिषद की राशि से कराये जाने थे जिन पर लाखों रूपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है। उन कार्यो को जनहित पुन: प्रारंभ कराया जावेगा। श्री जैन ने नगर पालिका द्वारा पूर्व में स्वीकृत किए गये कार्य सामुदायिक भवन, राजेन्द्र प्रसाद पार्क, नगर पालिका कर्मचारियों के लिए बनाई जाने वाली आवासीय कॉलौनी प्राइवेट बस स्टेण्ड का विकास 12 दुकान, वाणिज्यिक योजना के शेष बचे कार्य को शीघ्र प्रारंभ कराया जावेगा। उन्होंने सभी कार्यो को प्रारंभ करने हेतु समय सीमा का निर्धारित की गई। श्री जैन ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निर्माण एजेन्सी को सहयोग प्रदान करने के निर्देश भी दिए। आई.डी.एस.एस.टी योजना के अन्तर्गत एक करोड़ 31 लाख 78 हजार रूपये की लागत से 5 निर्माण कार्य स्वीकृत किए गये है। प्राइवेट बस स्टेण्ड पर 12 दुकाने 53 लाख 22 हजार रूपये, सामुदायिक भवन 81 लाख 9 हजार रूपये राजेन्द्र प्रसाद पार्क, का विकास 19 लाख 21 हजार रूपये, आवासीय योजना 38 लाख 43 हजार रूपये तथा वाणिज्यिक योजना माधोगंज हाट लागत 11 लाख 83 हजार रूपये स्वीकृत किये गये है।

 

जनपद पंचायत अटेर अन्तर्गत संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 की सूची जारी

जनपद पंचायत अटेर अन्तर्गत संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 की सूची जारी

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       जनपद पंचायत अटेर अन्तर्गत संविदा शाला शिक्षक वर्ग 3 के पदों की भर्ती हेतु अनन्तिम सूची का प्रकाशन कर दिया गया है।

       मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अटेर से प्राप्त जानकारी के अनुसार संविदा शाला वर्ग 3 की अनंतिम चयन सूची अनारक्षित प्रवर्ग में रासबिहारी शर्मा, किरन देवी,रामकृपाल सिंह कुशवाह, गजेन्द्र सिंह, पुष्पाल सिंह चौहान, सुन्दर सिंह, राधेश्याम, हरिनारायण शर्मा, अम्बरीश पाण्डेय, ज्योति कुशवाह, प्रियका शर्मा, संगीता तोमर, रमेश बाबू बघेल, संजय शर्मा, अमरनाथ सेठ, गिरजा देवी, सपना अवस्थी, अरविन्दसिंह, सुनील कुमार व्यास, योगेन्द्र सिंह भदौरिया, मनोज कुमार, सत्यदेव ओझा, नन्दनी सिंह तोमर, अशोक कुमार राजपूत, रामकुमार त्यागी, संजेश शर्मा, संगीता कुमारी, जीतेन्द्र, दीपा भदौरिया, मनोज शर्मा, हरिओम भारद्वाज, रघुराघव सिशदास सोनी, बृजेश कुमार, अजली गौर, सरोज चौहान, मनोज तिवारी, सुनयाना दीक्षित, ममता मिश्रा, गीता चौहान, सुषमा शर्मा, सुनीता पाठक, रंजना पाण्डेय, लक्ष्मी शुक्ला, उमा जादौन, अनीता चतुर्वेदी, मंजुलता, सुमन करैया, हिमलेश समाधिया, साधना चौहान, नीतू तोमर, सरला शुक्ला, गीता भदौरिया, राखी पाठक, कमलेश कुमार जैन, बृजपाल तोमर, भगवानदास राजौरिया, रामभरोसे, रामअवतार सिंह, अन्य पिछडा वर्ग प्रवर्ग में वासुदेव नरवरिया, प्रेमशंकर, संजय ओझा, संजय कुमार वर्मा, गजराज सिंह, नरेन्द्र राजपूत, मिथलेश, जानकी, मनोज कुमारी, नसीम बानो, राजेश पाल, मनीषा नरवरिया, राजेन्द्र सिंह यादव, अनुसूचित जाति प्रवर्ग में बलवीर मोर्य, नवदीप, महेश कुमार शाक्य, अजमेर सिंह माहौर, हरेन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह जाटव, मुकेश कुमार वर्मा, बहादुर सिंह, ममता चक्र, अर्चना देवी, प्रतिभा गौतम, संगीता दीप शाक्य, हेमलता सरल, सुषमा सगर, रजनी कौशल, देवेन्द्र सिंह पायक, राजकुमारी नरवरिया, कुसुम इंदौरिया, वंदना, राजनारायण अवतार जाटव, अनुसूचित जनजाति प्रवर्ग में रामनरेश सिंह, शाला सहायक में पुष्पाल चौहान, हरीश चौधरी, प्रीति शर्मा, अनुसूचित जाति प्रयोग शाला सहायक में अखिलेश कुमार शामिल है।

 

जन सुनवाई के माध्यम से अधिकारी विश्वास अर्जित करे, कलेक्टर व एस.पी ने जमीनी प्रकरणों के निराकरण हेतु बनाई विशेष कार्य योजना

जन सुनवाई के माध्यम से अधिकारी विश्वास अर्जित करे, कलेक्टर व एस.पी ने जमीनी प्रकरणों के निराकरण हेतु बनाई विशेष कार्य योजना

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       जन सुनवाई के माध्मय से अधिकारी आमजन में विश्वास कायम करें, तथा प्राप्त आवेदन पत्रों का तत्परता से निराकरण सुनिश्चित करें यह निर्देश कलेक्टर श्री के.सी. जैन ने आज जन सुनवाई प्रकरणों की समीक्षा बैठक में दिए।

       कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि आमजन का शासकीय अमले के साथ सीधा संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रारंभ की गई है। उन्होंने कहा कि शासकीय अधिकारी जनता से सीधा सम्पर्क स्थापित करे तथा संवेदनशीलता के साथ प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करे।

       उन्होंने कहा कि जन सुनवाई के दौरान जमीन से संबंधित प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता के साथ किया जावेगा। इसके लिए कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक द्वारा संयुक्त कार्य योजना तैयार की गई है। जिसके तहत मंगलवार को कलेक्टर द्वारा प्रात:11 बजे से 1 बजे तक तथा पुलिस अधीक्षक द्वारा दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक सुनवाई के उपरांत जमीन से संबंधित आवेदन आवेदन पत्रों की संयुक्त समीक्षा एस.डी.एम भिण्ड और नगर पुलिस अधीक्षक द्वारा की जावेगी तथा जमीनी  प्रकरण हेतु टीम गठित करेगें, यह टीम गुरूवार को स्थल निरीक्षण करेगी तथा शुक्रवार को रिपोर्ट कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को प्रस्तुत करेंगी। श्री जैन ने प्रकरणों के त्वरित निराकरण हेतु एसडीएम भिण्ड, जिला संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, उप संचालक पंचायत समाज सेवा, डीपीसी तथा नगर पालिका भिण्ड का एक प्रतिनिधि जन सुनवाई के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार मे उपस्थित रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को जन सुनवाई के दौरान निराकृत आवेदन पत्रों से सम्बन्धित सफलता की कहानियां जनसम्पर्क विभाग को प्रस्तुत की जावे।

       पुलिस अधीक्षक डा राजेन्द्र प्रसाद ने कहा कि जन सुनवाई में प्राप्त जमीनी विवादों को प्राथमिकता से निपटारा किया जावेगा। उन्होंने कहा कि जमीनी विवादों के कारण अनेक बार हत्या जैसे जघन्य अपराध की परिणिती हो जाती है। उनसे बचाव हेतु दोनों पक्षों के विरूद्व प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जावे।

       डिप्टी कलेक्टर श्री चांदिल ने कहा कि जन सुनवाई के दिनांक 14 जुलाई, 21 जुलाई, 28 जुलाई में कुल 773 आवेदन पत्र प्राप्त हुए है। जिसमें से 197 आवेदन पत्र निराकृत कर दिए गये है तथा शेष प्रकरणों के विषय में संबंधित आवेदकों को सूचित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जन सुनवाई के निराकृत प्रकरणों हेतु कलेक्ट्रेट में एक सैल का गठन किया गया है। जो नियमित रूप से आवेदन पत्रों की समीक्षा करता रहेगा।

 

समाधान ऑन लाइन आज

समाधान ऑन लाइन आज

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       समाधान आन लाइन के तहत मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा  आमजन की समस्याओं के निराकरण के लिये वीडियों कॉन्फ्रेसिंग 4 अगस्त 09 को सांय 4 बजे एन.आई.सी में आयोजित की गई है। कलेक्टर द्वारा सभी जिलाधिकारियों को जानकारी के साथ जुलाई माह की समस्या के पालन प्रतिवेदन के साथ उपस्थित रहना सुनिश्चित करें।

 

निर्माण एजेन्सी गुणवत्ता सुधारे या गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें -कलेक्टर श्री जैन

निर्माण एजेन्सी गुणवत्ता सुधारे या गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें -कलेक्टर श्री जैन

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       कलेक्टर श्री के.सी.जैन ने कहा कि निर्माण कार्यो व राहत कार्यो की गुणवत्ता पर नियंत्रण हेतु विशेष अभियान 15 अगस्त 09 के बाद चलाया जावेगा। घटिया गुणवत्ता पाये जाने पर अनुशासत्मक कार्रवाई से लेकर लोकायुक्त तक की कार्रवाई संभावित है।

       कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि जिले में निर्माण कार्यो की गुणवत्ता की शिकायत प्राप्त हो रही है। शहरी और ग्रामीण क्षैत्रों में भ्रमण के दौरान मुझे भी निर्माण कार्यो की घटिया गुणवत्ता भी प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, जिला शिक्षा केन्द्र, जिला और जनपद पंचायत अपने अपेन क्षेत्रान्तर्गत निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देवे। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के चुनिन्दा निर्माण कार्यो की आकस्मिक जांच भी संभावित है। उन्होंने कहा कि घटिया निर्माण प्राप्त होने पर संबंधित एजेन्सी के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों के विरूद्व लोकायुक्त तक की कार्रवाई प्रस्तावित की जा सकती है।

       श्री जैन ने कहा कि जन प्रतिनिधियों द्वारा योजना मण्डल के द्वारा सांसद, विधायक निधि तथा राहत कार्यो की गुणवत्ता की शिकायतें भी प्राप्त हो रही है जो कि गंभीर विषय है एसी शिकायतों की जॉच कराई जावेगी तथा संबधित के खिलाफ भी कार्रवाई की जावेगी।

 

स्वतंत्रता दिवस समारोह के गरिमापूर्ण आयोजन हेतु तैयारियां प्रारंभ , अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जावेगी

स्वतंत्रता दिवस समारोह के गरिमापूर्ण आयोजन हेतु तैयारियां प्रारंभ , अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जावेगी

भिण्ड 3 अगस्त 2009

       स्वतंत्रता दिवस समारोह के परम्परागत हर्षोल्लास एवं गरिमापूर्ण ढंग से आयोजन के लिये तैयारियों की समीक्षा बैठक कलेक्टर श्री के.सी.जैन की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। समारोह में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों कारगिल शहीदों के परिजन के सम्मान किया जावेगा तथा रात्री में शासकीय भवनों पर रोशनी की जावेगी। बैठक में पुलिस अधीक्षक डा राजेन्द्र प्रसाद सहित सभी एसडीएम व जिलाधिकारी उपस्थित थे।

      कलेक्टर श्री जैन ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के गरिमापूर्ण व व्यवस्थित ढंग से आयोजन हेतु सभी अधिकारियों को दायित्व सौपे गये है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग निर्धारित समय सीमा में सौपे गये दायित्वों की पूर्ति करें। उन्होंने कहा कि मुख्य समारोह पुलिस लाईन प्रांगण में प्रात:8.30 बजे से प्रारंभ होगा। मुख्य अतिथि द्वारा ध्वजारोहण प्रात:9 बजे किया जावेगा। राष्ट्रगीत के गायन के उपरांत मुख्य अतिथि द्वारा प्रदेशवासियों के नाम मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया जावेगा। सभी विभागों में ध्वजारोहण प्रात:7.30 बजे तक किया जावेगा। इसके उपरांत विभागीय अधिकारी/ कर्मचारी जिले के मुख्य समारोह में सम्मिलित होंगे। कलेक्टर श्री जैन ने निर्देश दिए कि स्वतंत्रता दिवस पर शासकीय कर्मचारी शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी कर्मचारी को एल.डब्ल्यू.पी किया जावेगा।

      पुलिस अधीक्षक डा प्रसाद ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर यातायात व्यवस्था को सुनिश्चित किया जावे, प्रभात फेरी मार्ग पर भी यातायात व्यवस्था तथा बेरिकेटिग की जावे। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम राष्ट्रीय गरिमा के अनुरूप होना चाहिए। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी को लाने ले जाने की व्यवस्था भी प्रभावी ढंग से सुनिश्चित की जावे।

      स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी डिप्टी कलेक्टर श्री अनिल चांदिल ने प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि समारोह में जिला पुलिस बल, एसएएफ, होमगार्डस, एनसीसी सीनियर व जूनियर, डिविजन स्काउट गर्ल्स एवं स्काउट बालक उत्कृष्ट हाईस्कूल, कन्या एमएलबी विद्यालय भिण्ड के छात्र एवं छात्राओं द्वारा परेड की जावेगी। इस परेड में शासकीय महाविद्यालय के जो भी छात्र भाग लेने के इच्छुक हो उन्हें संबंधित महाविद्यालय के प्राचार्य छात्र छात्राओं को अभ्यास में नियमित भेजे के लिये निर्देशित करे। परेड का अभ्यास 7 अगस्त 09 से 13 अगस्त 09 तक रक्षित निरीक्षक पुलिस लाईन के मार्गदर्शन में किया जावेगा। परेड ग्राउण्ड मार्च फास्ट की व्यवस्था रक्षित निरीक्षक भिण्ड करेगें। मुख्य अतिथि के उपरांत के लिये जिप्सी वाहन की व्यवस्था जिला परियोजना अधिकारी डूडा के द्वारा की जावेगी और उक्त वाहन 11 अगस्त 09 तक  रक्षित  पुलिस  लाईन  भिण्ड  को  अधिकारी अनिवार्यत: सौंपा जावे। समारोह स्थल के आसपास सफाई कराने, समारोह स्थल के अंदर शामियाना लगवाना कुर्सियां रखवाना तथा व्हीआईपी सुविधा के लिये सोफासेट की व्यवस्था मुख्य नगरपालिका अधिकारी भिण्ड द्वारा की जावेगी। माईक एवं बेट्री आदि की व्यवस्था प्राचार्य डाइट करेगें। रक्षित निरीक्षक के निर्देश में चूने की लाईन डलवाना, पेयजल एवं लाइट तथा फायर बिग्रेड की व्यवस्था मुख्य नगर पालिका अधिकारी भिण्ड के द्वारा की जावेगी। कार्यक्रम स्थल पर अतिरिक्त घास हटाने, परेड पर लाल मुरम डलवाने, रोलर चलवाना, मंच की रंगाई पुताई एवं बेरीकेटिग आदि

की व्यवस्था कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग एवं वन मण्डलाधिकारी भिण्ड के द्वारा की जावेगी। पीटी एवं परेड का अभ्यास दिनांक 7 अगस्त 09 से 13 अगस्त 09 तक पुलिस लाईन मैदान भिण्ड पर होगा चालीस मिनिट की अवधि में पॉच-पॉच मिनिट के आठ सांस्कृतिक कार्यक्रम होगे उनका अभ्यास पुलिस लाईन में किया जायेगा। अंतिम रिहर्सल 13 अगस्त को प्रात:8.30 बजे से होगी जिसमें संबंधित सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेगें। जिला शिक्षा अधिकारी उन विद्यालयों की सूची प्राप्त करें जो कार्यक्रम में उपरोक्त कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिये तैयार है रिकाडिंग कैसिट की ध्वनि पर एवं फिल्मी गानों पर आधारित अथवा उनकी पेरोडी पर कोई कार्यक्रम स्वीकार नहीं किया जायेगा।  कार्यक्रम  का  चयन  जिला  संयोजक  आदिम  जाति कल्याण विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी एवं अनुविभागीय अधिकारी भिण्ड करेगें। शासकीय एमजेएस महाविद्यालय, जैन महाविद्यालय, कुसुमबाई जैन कन्या महाविद्यालय से सांस्कृतिक कार्यक्रम सूची जिला  शिक्षा अधिकारी मगवायेगें। उनके द्वारा जो छात्र-छात्राएें सांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मिलित हो वह भी उपरोक्तानुसार रिर्हसल में शामिल होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्राथमिक चयन दिनांक 10 अगस्त 09 को तथा अंतिम चयन दिनांक 13 अगस्त 09 को शाम 4 बजे कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा किया जावेगा। आमंत्रण पत्र छपवाने एवं उन्हें वितरण कराने की व्यवस्था अनुविभागीय अधिकारी भिण्ड के मार्गदर्शन में तहसीलदार भिण्ड द्वारा की जावेगी। विशिष्ट अतिथियों, स्वतंत्रता सग्राम सैनानियों की सूची सावधानी  पूर्वक  तहसीलदार  भिण्ड  द्वारा  तैयार  की जायेगी। समारोह स्थल पर रंगीन गुब्बारों की व्यवस्था महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र भिण्ड एवं पांच कबूतरों की व्यवस्था सहायक संचालक पशुचिकित्सा सेवा भिण्ड तथा विभिन्न प्रकार के झण्डों को लगवाने की पाईप व्यवस्था कार्यपालन यंत्री स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग भिण्ड के द्वारा की जावेगी। समारोह स्थल पर शुद्व पेयजल का टेंकर की व्यवस्था मुख्य नगर पालिका अधिकारी भिण्ड के द्वारा की जावेगी शहीद सैनिकों की सूची जिला सैनिक कल्याण अधिकारी दिनांक 8 अगस्त 09 को अनुविभागीय अधिकारी भिण्ड को प्रस्तुत करेंगे। बैंड की व्यवस्था पुलिस लाईन द्वारा की जावेगी तथा बच्चों को स्वल्पाहार की व्यवस्था जिला खाद्य अधिकारी भिण्ड करेगें।

      तहसील एवं विकास खण्ड मुख्यालय पर कार्यक्रम की रूपरेखा अनुविभागीय अधिकारी एवं कार्यालय जनपद पंचायत भिण्ड के द्वारा की जावेगी। पंचायत स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन शासन निर्देशों के अनुसार कराने के लिये मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भिण्ड के द्वारा निर्देश जारी किये जाये। जिन नगरपालिकाओं एवं नगर पंचायतों के मुख्यालय पर ब्लॉक मुख्यालय नही है। वहां पर उक्त समारोह मनाये जाने की व्यवस्था मुख्य नगरपालिका अधिकारी शासन निर्देशों के अनुसार करेंगे। जिला स्तर की पुलिस लाईन पर 15 अगस्त 09 का समारोह मनाये जाने के समय एम्बूलेंस एवं मेडीकल चिकित्सा एवं सरजीकल चिकित्सा की डयूटी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी संपूर्ण व्यवस्था के साथ लगायेगें। समस्त कार्यालय प्रमुख अपने कार्यालय की उपलब्ध जगह पर वृक्षारोपण कार्य अनिवार्य रूप से करायेगें और पौध की व्यवस्था प्रत्येक कार्यालय प्रमुख को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत भिण्ड उनकी मांग अनुसार उपलब्ध करायेगें। वृक्षारोपण होने के पश्चात पौधों की सुरक्षा एवं उनमें पानी डलवाने की व्यवस्था कार्यालय प्रमुख स्वयं करेगें। कलेक्ट्रेट कार्यालय पर स्वतंत्रता दिवस की शाम रोशनी की व्यवस्था की जावेगी।