रविवार, अक्तूबर 30, 2011

गर्व से कहो ''तुम'' हिन्दू हो .....नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''

गर्व से कहो तुम हिन्दू हो ........
नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''
 
राजा वह जो न्याय करे, धर्म वह जो धारण हो, कर्म वह जो कारण हो, गुण वह जो त्रयगुणातीतो हो, राजपूत राजा देव अवतार होता है उसमें देव अंश रहता है, समदर्शिता उसका प्रधान लक्षण है जो समदर्शी नहीं वह प्रभु भक्त नहीं, प्रभु का प्रधान गुण है धर्म की रक्षा, धर्म मगर कौनसा ? क्या हिन्दू धर्म ... किस शास्त्र में वर्णित है शब्द हिन्दू या हिन्दू धर्म ? किस गंथ या शास्त्र या किस राजा ने घोषित किया है एक समुदाय को हिन्दू ? जब हमारा राज्य था महाभारत पर , दिल्ली पर तब तक तो तुम कोई भी नहीं थे हिन्दू .... तुर्क आये मुगल आये उन्होंनें तुम्हारा हिन्दू ... तुम्हें कहा गुलाम और दास ... सारी गुलामी और दासत्व को एक नाम दे दिया हिन्दू .... और तुमने उसे सीने से चिपका लिया , गौरवान्वित होकर एक गुलाम तमगा हिन्दू शब्द पाकर ... कहते हो सबसे कि ''गर्व से कहो हम हिन्दू है'' ... अपनी मुगल और तुर्क गुलामी व दासता का बड़े गौरव से प्रचार करते हो ... जब अपने कुल के न हो सके तुम, अपनी खुद की मॉं के न हो सके, अपने वंश और अपने राजा के न हुये तो मातृभूमि के कैसे हो सकते हो .... जाओ विचार करो ... हम थे दिल्ली के राजा ... भारत के राजा .. महाभारत के राजा ... दिल्ली और आजाद भारत के आखरी हिन्दू राजा और राजवंश ... हमने तो नहीं दिया ये ''हिन्दू'' नाम तुम्हें .... उल्टे जो तुम्हारे भाई बंधु वंश व मातृभूमि के लोग जबरन धर्म परिवर्तन करा मुसलमान बना दिये उन्हीं अपने भाईयों को आज गालियां देते हो , उनकी बहिन बेटियों की आबरू लूटते हो , कत्ल कर देते हो ... धिक्कार है ... अपने ही लहू को नहीं पहचानते ... फिर गर्व से ये और कहते हो मातृभूमि ... किसकी नहीं है ये मातृभूमि .... क्या यही है श्रीकृष्ण और अर्जुन का बनाया हुआ महाभारत जहॉं दो तिहाई विश्व , और भूभाग ही नहीं , संस्कृति, सभ्यता और भाषाओं , जातियों, समुदायों को मिला कर एक कर दिया था, हर भारत भरतवंशी श्रीकृष्‍ण , अर्जुन और पांडव के वंशज के लिये समूची धरा ही मातृभूमि है और वसुधैव कुटुम्बकम इस वंश का सूत्र है .... ध्यान रहे यह सम्पूर्ण धरा मातृभूमि है ... धर्म के जो चार चरण हैं उन्हें भुला कैसे दिया तुमने ... चार प्रकार के धर्मों का वर्णन है उसे भुला कैसे दिया तुमने ... धर्म जन्म से नहीं प्राप्त होता .. धारण किया जाता है उसे भुला कैसे दिया तुमने ... आज के राजाओं का भी पूर्ण वर्णन शास्त्रों और ग्रंथों में है ... मगर अफसोस ... शास्त्रों और ग्रंथों का इन एक भी अर्जी फर्जी नेताओं / आज के राजाओं को ज्ञान नहीं है ... अगर भूले से भी एक बार भी शास्त्र या ग्रंथ पढ़ लेंगें तो ये खुद को हिन्दू कहना तत्काल उसी वक्त से बंद कर देंगें और संपूर्ण धरा इनकी मातृभूमि और समचा विश्व इनका साम्राज्य और पुन: महाभारत की स्थापना एवं भारत का समूचे विश्व पर एकक्षत्र निष्कंटक राज्य होगा ...


मंगलवार, अक्तूबर 18, 2011

वेबसाइट म.प्र. सरकार की मगर ये विज्ञापनों की कमाई किसकी... ??

वेबसाइट म.प्र. सरकार की मगर ये विज्ञापनों की कमाई किसकी... ??

म.प्र. सरकार अपने विज्ञापनों की जगह चलाती है प्रायवेट विज्ञापन और करती है अवैध कमाई

 

ये कुछ म.प्र. सरकार की जनसंपर्क संचालनालय की वेबसाइट के ताजा समाचारों की फीड से हमने प्रायवेट और अवैध विज्ञापन आज पकड़े हैं, अब सवाल ये है कि म.प्र. शासन का जनसंपर्क संचालनालय सरकार के विज्ञापन जारी करता है और उस पर कमीशन के रूप में तो अनाप शनाप कमाता ही है लेकिन ये अपनी ही वेबसाइट पर हर समाचार के साथ जो प्रायवेट विज्ञापन चला रहा है उसकी कमाई किसकी जेब में जा रही है .... आखिर क्या गड़बड़झाला है .... लीजिये इनके फीड कैप्चर्ड चित्र खुद ही देख लीजिये

 

 

    

चम्बल के प्रसिध्द व्यक्तियों एवं स्थानों का इंटरनेट पर बृहदकोश बन कर ऑन लाइन होगा

चम्बल के प्रसिध्द व्यक्तियों एवं स्थानों का इंटरनेट पर बृहदकोश बन कर ऑन लाइन होगा
मुरैना 16 अक्टूबर 2011, अंचल की प्रसिध्द वेबसाइट ग्वालियर टाइम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रधान संपादक समाजसेवी एडवोकेट नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनंद'' द्वारा प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि वेब पोर्टल ग्वालियर टाइम्स और सवयंसेवी संस्था नेशनल नोबल यूथ अकादमी संयुक्त रूप से चम्बल के महवपूर्ण जाने माने प्रसिध्द प्रख्यात लोगों/विद्वानों/स्थानों को ऑनलाइन सूचीबध्द कर एक बृहद कोश तैयार कर रही है, जिसमें चम्बल के मूल निवासी द्वारा किसी भी क्षेत्र में महत्वपूर्ण, उल्लेखनीय कार्य या विशेष उपलब्धिपूर्ण कार्य किया गया हो, या जिन लोगों का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, बौध्दिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हो या ऐसे स्थान व स्थल जो चम्बल क्षेत्र में मौजूद हों या रहे हों जिनका ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, विशिष्ट धार्मिक महत्व हो को इस बृहद कोश में स्थान दिया जायेगा ! सूची में दो श्रेणियां रहेंगीं आम चर्चित श्रेणी एवं दूसरी प्रायोजित चर्चित श्रेणीी, आम चर्चित श्रेणी में सारा प्रकाशन निशुल्क किया जायेगा जबकि प्रायोजित चर्चित श्रेणी में प्रकाशन का शुल्क देना होगा ! तैयारशुदा एवं ऑनलाइन प्रकाशित समस्त सूची एवं बृहद कोश को एक पुस्तिका रूप में भी वर्ष सन 2013 में मुद्रित कर प्रकाशित कराया जायेगा जो कि बाजार में विक्रय हेतु उपलब्ध हो सकेगी !
श्री तोमर ने चम्बल क्षेत्र के निवासी लोगों से इस संबंध में जानकारी एवं ब्यौरा आहूत किया है, वे लोग या स्थान जो इस सूची एवं बृहद कोश में जुड़ने की पात्रता रखते हों या जिनके पास इस संबंध में जानकारी उपलब्ध हो वे अपनी जानकारी व ब्यौरा नरेन्द्र सिंह तोमर एडवोकेट गांधी कालोनी मुरैना के पास अथवा ई मेल से gwaliortimes@gmail.com दिनांक 15 नवंबर 2011 तक जमा करा सकते हैं !
ब्यौरा जमा करने का फार्म नरेन्द्र सिंह तोमर एडवोकेट से या ई मेल से प्राप्त किया जा सकता है, सुदूरस्थ लोग इसे ग्वालियर टाइम्स की वेबसाइट या ग्वालियर टाइम्स के फेसबुक ग्रुपों या फेसबुक पेजों या गूगल डॉट कॉम पर ग्वालियर टाइम्स के पेज से डाउनलोड कर सकते हैं ! 

बुधवार, अक्तूबर 12, 2011

म.प्र. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के खिलाफ वारण्ट जारी, देना पड़ सकता है प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा .

म.प्र. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के खिलाफ वारण्ट जारी, मामला राष्ट्रीय ध्वज अपमान का : कांतिलाल भूरिया को देना पड़ सकता है प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा .... पहले दे चुकी है इसी बात पर मुख्यमंत्री पद से उमाभारती इस्तीफा
Damoh, MP, Oct 11 : A local court today issued a bailable warrant against Madhya Pradesh Congress Committee president and former Union Minister Kantilal Bhuria who is charged with insulting the National Flag.
While hearing a plea by Nitin Mishra and Sanjay Sawriya, Judicial Magistrate Suresh Singh Jamra registered a case under the Prevention of Insults to National Honour Act and set the bail amount at Rs 5,000.

On May 25, the Tricolour -- affixed to the vehicle that conveyed Mr Bhuria to a Congress convention in Tendukheda -- was allegedly torn at the bottom. The petitioners informed the Congress leader who turned Nelson's eye to the matter and left the venue in the same vehicle sans having the flag changed.




शनिवार, अक्तूबर 08, 2011

अजय सिंह ''राहुल'' 10 अक्टूबर को किसान सम्मेलन में भाग लेंगे

अजय सिंह ''राहुल'' 10 अक्टूबर को किसान सम्मेलन में भाग लेंगे
 
भोपाल 07 अक्टूबर । विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह 9 अक्टूबर को भोपाल से रेवांचल एक्सप्रेस द्वारा सतना प्रस्थान करेंगे और अगले दिन 10 अक्टूबर को प्रात: 6.40 बजे वहां पहुंचेंगे। वे सतना से कार द्वारा सुबह 9.30 बजे रवाना होकर दोपहर 12 बजे भरतपुर-चुरहट पहुंचेंगे और वहां किसान सम्मेलन में भाग लेंगे तथा किसानों को कृषि सामग्री एवं बीज वितरण करेंगे। तत्पष्चात् वे अपरान्ह 4 बजे भरतपुर-चुरहट से कार द्वारा सीधी के लिए रवाना होंगे और शाम 5 बजे वहां पहुंचेंगे। आप सीधी में आदिवासी स्वाभिमान चेतना रैली की तैयारियों के संबंध में आयोजित जिला कांग्रेस की बैठक में भाग लेंगे।
अजयसिंह 10 अक्टूबर को रात 9 बजे सीधी से रवाना होकर 10 बजे चुरहट पहुंचेंगे। तीसरे दिन 11 अक्टूबर को वे चुरहट विधानसभा क्षेत्र में जनसंपर्क करेंगे। वे वहां से शाम 5 बजे रवाना होकर 7 बजे सतना पहुंचेंगे। सतना से वे रेवांचल एक्सप्रेस द्वारा रात 8.50 बजे भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे और   12 अक्टूबर को प्रात: 5.45 बजे भोपाल लौटेंगे।


शुक्रवार, अक्तूबर 07, 2011

विश्व नेतृत्व भारत करेगा किंतु देश को जरूरत है एक फौलादी इरादों और दूरदृष्टि से युक्त सृजनशील नेतृत्व की- नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द''

विश्व नेतृत्व भारत करेगा किंतु देश को जरूरत है एक फौलादी इरादों और दूरदृष्टि से युक्त सृजनशील नेतृत्व की
नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनंद''
वि‍श्‍व नेतृत्व और भारत (भाग-1)
आज देश के सामने बार बार एक प्रश्न उभर कर सामने आ रहा है कि वर्तमान परिस्थितियों में भारत का नेतृत्व आखिर किसे संभालना चाहिये, कौन वो बेहतरीन शख्स है जो वर्तमान समस्याओं के झंझावात से देश को तुरंत बाहर निकाल कर विकास के सुनहरे पथ पर आगे बढ़ा सकता है । अनेक नाम समय समय पर राजनीतिक दल एवं सामाजिक क्षेत्रों द्वारा सुझाये जाते हैं परंतु सवाल ये है कि इन सबमें एक बेहतरीन नेतृत्व कौनसा है ।
कैसा हो भारत का भावी नेतृत्व
भारत के भावी नेतृत्व के पास तमाम गुणों का संचय होना आवश्यक है, केवल राजनीतिक पथ पर सफल सफर करते आ रहे और चुनावों को जीतते आ रहे राजनेता को इस नेतृत्व के काबिल नहीं माना जा सकता । नेतृत्व एक कुशल प्रशासनिक क्षमता और दृढ़ संगठनात्मक क्षमता का नाम है, जो कि अधिकांश नेताओं में उपलब्ध नहीं है ।
भारत का नेतृत्व निसंदेह ऐसे सबल हाथों में होना चाहिये जो बहुत आगे की और कई साल आगे की सोच रखता हो और उसकी हर सोच की बुनियाद भारत के प्राचीनतम गौरवशाली इतिहास और संस्कृति से होकर आती हो । दुर्भाग्यवश भारत के पास आज तक ऐसे नेताओं का अभाव है जो भारत के प्राचीनतम इतिहास एवं संस्कृति की बुनियादों से नवीनतम अत्याधुनिक व बहुत आगे तक की सोच रखते हों । अफसोस जनक बात यह है कि आज के दौर में चमकते दमकते नाम वाले राजनेताओं में तकरीबन हर नेता किसी न किसी दायरे में बंधा हुआ है एक संकीर्ण वैचारिक और मानसिक घेरे में कैद है ।
इन राजनेताओं के पास निसंदेह भारत की वर्तमान समस्याओं का न तो इलाज है और न देश को आगे ले जाने की क्षमता ।
आज जब समूचा विश्व भारत की ओर विश्व का नेतृत्व करने की गुहार टकटकी लगा कर कर रहा है ऐसी सूरत में भारत की महानतम मानसिक, आध्यात्मिक , सांस्कृतिक ऐतिहासिक सृजनात्मक शक्ति ही केवल समूचे विश्व का तेजमयी नेतृत्व कर सकती है ।
इसमें कोई शक ही नहीं भारत में वह क्षमता है जो समूचे विश्व को एक झटके में संकट से बाहर निकाल कर विश्व बंधुत्व एवं ब्रह्माण्डीय ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत के रूप में विकसित कर सकता है । मगर अफसोस यह है कि आज के भारत में हमें कोई नेता दूर दूर तक नजर नहीं आ रहा जो भारत की इस असल शक्ति से युक्त हो विश्व नेतृत्व की चुनौती स्वीकार कर सके ।
क्रमश: जारी रहेगा अगले अंक में  

अ.भा. कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेश कांग्रेस की 139 सदस्यीय प्रबंध समिति की घोषणा

अ.भा. कांग्रेस कमेटी द्वारा प्रदे कांग्रेस की 139 सदस्यीय प्रबंध समिति की घोषणा
अनुशासन समिति, मानीटरिंग समिति और मीडिया विभाग भी गठित
 
भोपाल 07 अक्टूबर । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी की स्वीकृति से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने आज दिल्ली में म.प्र. प्रदेष कांग्रेस कमेटी 139 सदस्यीय प्रबंध समिति , अनुषासन समिति, मानीटरिंग समिति और मीडिया विभाग के सदस्यों की घोषणा भी कर दी है। इस घोषणा द्वारा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने प्रदेष कांग्रेस के अंतर्गत 11 उपाध्यक्ष, 16 महासचिव तथा 48 सचिव नियुक्त किये हैं। प्रबंध समिति में 51 सदस्य शामिल किये गये हैं। पूर्व में नियुक्त कार्यालय प्रभारी शांतिलाल पडियार, संगठन प्रभारी कैप्टन जयपाल सिंह, मीडिया प्रभारी प्रमोद गुगालिया तथा दौरा कार्यक्रम एवं चुनाव प्रबंधन प्रभारी संजय दुबे यथावत रहेंगे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता गोविंद गोयल को पीसीसी का कोषाध्यक्ष बनाया गया है। उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव, प्रबंध समिति, विषेष आमंत्रित तथा मीडिया विभाग की नियुक्तियों में समाज के सभी वर्गों को बराबर का प्रतिनिधित्व दिया गया है, जिनमें सामान्य वर्ग के 57, पिछड़ा वर्ग के 35, अनुसूचित जनजाति के 12, अनुसूचित जाति के 11 और मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई जैन आदि अल्पसंख्यक वर्ग के 33 सदस्य शामिल हैं। साथ ही 22 महिलाओं को भी इन नियुक्तियों में प्रतिनिधित्व मिला है।
अ.भा. कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं प्रदेष प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद, प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने नव नियुक्त पदाधिकारियों, प्रबंध समिति और अन्य समितियों तथा मीडिया विभाग के सभी सदस्यों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। भूरिया ने कहा है कि श्रीमती सोनिया गांधी की शुभकामनाओं के साथ गठित प्रबंध समिति, अन्य समितियों में और पदाधिकारियों की नियुक्तियों में ऊर्जावान, परिश्रमी और प्रतिबध्द नेताओं को शामिल किया गया है। ये सभी अब सोनिया जी, प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और युवा नेता राहुल गांधी के दिषा निर्देष के अनुसार म.प्र. में मिषन-2013 के अंतर्गत कांग्रेस को पुन: सत्ता में लाने हेतु कार्य करेंगे। आपने कहा है कि प्रदेष कांग्रेस कमेटी की ये नियुक्तियां प्रदेष के सभी वरिष्ठ नेताओं के सामंजस्य से और उनकी सलाह को ध्यान में रखते ही की गईं हैं।
 
प्रबंध समिति
प्रबंध समिति - कांतिलाल भूरिया, अजयसिंह, बिसाहूलाल सिंह (विधायक)-अनूपपुर, आरिफ अकील (विधायक)-भोपाल, तुलसी सिलावट (विधायक)-इंदौर, विष्वनाथ दुबे-जबलपुर, अरूणोदय चौबे (विधायक)-सागर, राजीव सिंह-भोपाल, श्रीमती चंद्रभाग किराड़े-बड़वानी, श्रीमती आभासिंह-भोपाल, श्रीमती पुष्पा बिसेन-बालाघाट, घनष्याम पाटीदार-नीमच, बाला बच्चन (विधायक)-बड़वानी, डॉ. प्रभुराम चौधरी (विधायक)-रायसेन, सत्यदेव कटारे-भिण्ड, जी.एम. राईन (भूरे पहलवान)-जबलपुर, रवि जोषी-खरगोन, सुनील सूद-भोपाल, संजय पाठक (विधायक)-कटनी, सुखदेव पांसे (विधायक)-बैतूल, राजेन्द्र मिश्रा-रीवा, अषोक सिंह-ग्वालियर, पी.डी. अग्रवाल-इंदौर, श्रीमती मनीषा दुबे-दमोह, डॉ. तनिमा दत्ता-भोपाल, श्रीमती गीतासिंह-सिवनी, श्रीमती शषि राजपूत-भोपाल, हैदरयार खान-भोपाल, ईष्वरसिंह चौहान-भोपाल, गुरूप्रसाद अरोरा-झाबुआ, नवीन दुबे-षाजापुर, श्रीनिवास तिवारी-रीवा, धर्मेष घई-सतना, राजेन्द्र मंडलोई-भोपाल, विजयसिंह गौतम-उज्जैन, अमरराज सोनकर-जबलपुर, जितेन्द्रसिंह ठाकुर-भोपाल, भरत रघुवंषी-इंदौर, राजेन्द्र जैन-धार, राजू भदौरिया-इंदौर, डॉ. रतन जायसवाल-इंदौर, इम्तियाज बेलिम-इंदौर, निषिथ पटेल (विधायक)-जबलपुर, प्रतापसिंह गुर-उज्जैन, सुनील थेपाडिया-अलीराजपुर, मजहर हुसैन सेठजीवाला-इंदौर, निषंक कुमार जैन-विदिषा, राकेष राय-सीहोर, चौधरी राकेष जैन-जबलपुर, रत्नेष मरावी-भोपाल तथा रमेष चौधरी-जबलपुर। 

प्रबंध समिति के विषेष आमंत्रित सदस्य - श्रीनिवास तिवारी, प्रेमनारायण मिश्रा, डॉ. गोविंद सिंह (विधायक), गुफराने आजम, अब्दुल सरूर, बी.एस. शर्मा, निजामउद्दीन अंसानी, श्रीमती विभा पटेल, मोहम्मद सलीम, सुरेष सेठ, रामेष्वर पटेल, कृपाषंकर शुक्ला, रामलाल यादव, चंद्र प्रभाष शेखर, श्रीमती निर्मला शर्मा, नन्नेलाल धुर्वे, डॉ. संजय चौधरी, लक्ष्मी बेन, विष्णुषंकर पटेल, देवेन्द्र तेकाम, नवकृष्ण पाटिल, बापूसिंह तंवर, प्रकाष जैन, सुनील जैन, नारायण त्रिपाठी, सईद अहमद, रामनिवास रावत (विधायक), मनोहर बैरागी, बालेष्वर दयाल, बटुकषंकर जोषी, षिव लष्करी, श्रीमती शकुंतला प्रधान, रघुवीर सूर्यवंषी, षिवदयाल बागड़ी, मार्को बाबा, शैलेन्द्र एंड्रूज, राकेष कटारे, घनष्याम शर्मा, हरिप्रकाष खरे तथा भारती टंक। इनके अलावा म.प्र.के सभी पूर्व कांग्रेस मुख्य मंत्री, प्रदेष कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, म.प्र. के कांग्रेस पक्ष के संसद सदस्य एवं विधायक और म.प्र. से अ.भा. कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भी विषेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
उपाध्यक्ष, महासचिव एवं सचिव
प्रदेष कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष - तुलसी सिलावट (विधायक), बिसाहूलाल सिंह (विधायक), आरिफ अकील (विधायक), अरूणोदय चौबे (विधायक), राजीव सिंह, सुंदरलाल तिवारी, घनष्याम पाटीदार, श्रीमती पुष्पा बिसेन, विष्वनाथ दुबे, श्रीमती चंद्रभागा किराडे तथा श्रीमती आभा। 
प्रदेष कांग्रेस कमेटी के महासचिव - बाला बच्चन (विधायक), डॉ. प्रभुराम चौधरी (विधायक), निषिथ पटेल (विधायक), सत्यदेव कटारे, रवि जोषी, संजय पाठक (विधायक), सुनील सूद, राजेन्द्र मिश्रा, सुखदेव पांसे (विधायक), अषोक सिंह, श्रीमती शषि राजपूत, पी.डी. अग्रवाल, श्रीमती मनीषा दुबे, डॉ. तनिमा दत्ता, जी.एम. राईन (भूरे पहलवान), तथा श्रीमती गीता सिंह और सचिव - निमिष व्यास-रतलाम, सौरभ शर्मा-जबलपुर, शषांक भार्गव-विदिषा, संजय शुक्ला-इंदौर, अरविंद जोषी-इंदौर, सुरेन्द्र शर्मा-ग्वालियर, प्रकाष वषिष्ठ-हरदा, श्रीमती नूतन पांडे-जबलपुर, धीरज तिवारी-पन्ना, रज्जी जॉन-रीवा, जैरी पॉल-भोपाल, स्वदेष जैन-सागर, विकल्प डेरिया-होषंगाबाद, अनिल संचेती-मंदसौर, नासिर इस्लाम-भोपाल, हफीज कुरैषी-उज्जैन, अब्दुल रज्जाक खान-भोपाल, श्रीमती शबाना सोहेल-देवास, शोहराब पटेल-इंदौर, जीतू पटवारी-इंदौर, कमलेष्वर पटेल-सीधी, जगदीष सैनी-जबलपुर, राजेन्द्र गहलोत-रतलाम, सुरेष राय-नरसिंहपुर, जोधाराम गुर्जर-भोपाल, जयसिंह-देवास, रविन्द्र महाजन-बुरहानपुर, आर.के. डोगने-हरदा, श्रीमती अंजू बघेल-जबलपुर, संजय यादव-जबलपुर, शांतिलाल गामी-देवास, हरीष अरोरा-षहडोल, रघु परमार-इंदौर, डॉ. महेन्द्रसिंह चौहान-भोपाल, राजेन्द्र सिंह ठाकुर-बीना, श्रीमती दीप्तिसिंह-भोपाल, श्रीमती सरोजसिंह-षाजापुर, कुंदन मालवीय-खंडवा, कमल वर्मा-इंदौर, श्रीमती पुष्पा चौहान-उज्जैन, श्रीमती इमरतीदेवी सुमन-ग्वालियर, हरचरणसिंह भाटिया-बड़वानी, परमजीतसिंह नारंग-खंडवा, नवीन बजाज-भोपाल, सुश्री कौषल्या गोटिया-जबलपुर, सुश्री कलावती भूरिया-झाबुआ, रवि सक्सेना-भोपाल तथा श्रीमती शीला धूलधोये।
मीडिया विभाग
प्रदेष कांग्रेस का मीडिया विभाग - मानक अग्रवाल-अध्यक्ष और प्रवक्ता-प्रमोद गुगालिया, के.के. मिश्रा, जे.पी. धनोपिया, अभय दुबे, मुजीब कुरैषी, डॉ. तनिमा दत्ता, श्रीमती कल्याणी पांड़े, राजा पटेरिया और श्रीमती नूरी खान।
अनुशासन समिति
प्रदेष कांग्रेस की अनुषासन समिति - हजारीलाल रघुवंषी-अध्यक्ष और सदस्य-महेष जोषी, रामेष्वर नीखरा, प्रताप भानु शर्मा, सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, महेन्द्र बौध्द, मुजीब कुरैषी, श्रीमती प्रीति भार्गव, विनोद डागा, दीपचंद यादव और रमेष घोसी।
मानीटरिंग समिति
प्रदेष कांग्रेस की मानीटरिंग समिति - केंद्र की यूपीए सरकार द्वारा म.प्र. के लिए स्वीकृत प्रमुख जनकल्याणकारी ध्वजवाहिनी कार्यक्रमों की मानीटरिंग के लिए गठित समिति-राधाकिषन मालवीय, सूरजभान सिंह (धार), गोविंद राजपूत, विट्ठल भाई पटेल, अजीज कुरैषी, मुकेष नायक, खुर्षीद अनवर, राजेन्द्र यादव, अषोक जैन भाभा, श्रीमती महजबीन खान, मान दाहिमा, के.पी. सिंह, चंद्रभान सिंह (दमोह), महावीर प्रसाद वषिष्ठ, नरेन्द्र नाहटा, श्रीमती किरण जिरेती, श्रीमती पुष्पा भारती, सत्यनारायण पंवार, इब्राहिम कुरैषी तथा हरिवल्लभ शुक्ला। 

मंगलवार, अक्तूबर 04, 2011

ग्वालियर चम्बल में खाद मांगते किसानों पर शिवराज सिंह सरकार का कहर, कांग्रेसियों के अते पते नहीं

आज का अखबार है ये , ये है आज की ताजा खबर : किसानों को घसीट घसीट और पटक पटक कर कुटाई कर रही है शिवराज सिंह की सरकार - कांग्रेसी किसानों के दुख दर्द और तकलीफों से दूर अपनी मस्ती में मस्त हैं : मध्यप्रदेश में इन दिनों खाद मांगते किसानों पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाईं जा रहीं हैं , मुरैना में कल फिर किसानों पर शिवराज सरकार के जुल्मो सितम का कहर टूटा , आलम ये है कि विगत 14 दिन के भीतर किसानों ने मुरेना में 7 आंदोलन किये और हर आंदोलन में किसानों पर ताबड़तोड़ जम कर लाठियां बरसाईं गईं , मजे की बात यह भी है कि राहुल गांधी और केन्द्र सरकार भले ही किसानों के लिये घुट पच रहे हों और उनके दुख दर्द तकलीफें दूर करने के लिये दिन रात एक कर रहे हों लेकिन ग्वालियर चंबल में कांग्रेसियों के कहीं अते पते नहीं हैं , एक भी कांग्रेसी किसानों के साथ नजर नहीं आया और न किसी ने किसानों के इस दुख दर्द में सहानुभूति के दो शब्द ही कहे और न किसानों के साथ इस आंदोलन में खड़ा ही हुआ, किसान अकेले ही सारा संघर्ष कर रहे हैं और बुरी तरह पिट रहे हैं इसी हालत से ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस , भाजपा या अन्य किसी भी राजनीतिक दल की असलियत का अंदाजा लगाया जा सकता है